Bethlehem christmas 2024: दुनिया भर में क्रिसमस का जश्न चल रहा है लेकिन जिस स्थान पर प्रभु यीशू का जन्म हुआ, उसी बेथलेहम में क्रिसमस पर गम का साया है. यहां क्रिसमस पर कोई खुशी नहीं मनाई जा रही.
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Christmas cancelled in bethlehem: गाजा में चल रहे युद्ध के बीच वेस्ट बैंक में ईसा मसीह के जन्मस्थान बेथलेहम में पिछले साल की तरह इस बार भी क्रिसमस के मौके पर माहौल गमगीन है. क्रिसमस सप्ताह के दौरान वेस्ट बैंक में जो उत्साह आमतौर पर देखने को मिलता था, वह इस बार दिखाई नहीं दिया. मैंगर स्क्वायर पर क्रिसमस पर होने वाली सजावट और विशाल क्रिसमस ट्री नदारद थे, साथ ही विदेशी पर्यटकों की भीड़ भी नहीं थी.
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शांतिपूर्ण मार्च निकाला, चर्च के पास लगे बैरिकेड्स
फिलिस्तीनी ईसाइयों ने सड़कों पर शांतिपूर्ण तरीके से मार्च किया, जबकि पहले पूरी धूमधाम के साथ मार्च निकाला जाता था. सुरक्षा बलों ने गिरजाघर 'चर्च ऑफ द नेटिविटी' के पास बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं. माना जाता है कि यह गिरजाघर उस स्थान पर बना है, जहां यीशु का जन्म हुआ था.
हिल गई शहर की अर्थव्यवस्था
क्रिसमस उत्सव रद्द होने से शहर की अर्थव्यवस्था को भी काफी नुकसान हुआ है. बेथलेहम की आय का अनुमानित 70 प्रतिशत हिस्सा पर्यटन से आता है. फिलिस्तीनी पर्यटन मंत्रालय के प्रवक्ता जिरीस कुमसियाह ने कहा कि बेथलेहम में आने वाले पर्यटकों की संख्या 2019 में कोविड-19 से पहले 20 लाख प्रति वर्ष थी, जो घटकर 2024 में एक लाख से भी कम हो गई है. वेस्ट बैंक में हिंसा बढ़ने से पर्यटन को बहुत नुकसान हुआ है, जहां 800 से अधिक फिलस्तीनी इजराइली गोलीबारी में मारे गए हैं और आतंकवादी हमलों में दर्जनों इजराइली लोगों की मौत हुई है.
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एक ही दिन में मारे गए थे 1200 लोग
7 अक्टूबर 2023 को इजराइल पर हमास के हमले के बाद गाजा में शुरू हुए युद्ध के बाद बेथलेहम और वेस्ट बैंक के अन्य शहरों तक पहुंच सीमित हो गई, और इजराइली सैन्य चौकियों से गुजरने के लिए वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई हैं. 7 अक्टूबर को हुए हमले में लगभग 1,200 लोग मारे गए थे और 250 से अधिक को बंधक बना लिया गया था. इजराइली अधिकारियों का मानना है कि गाजा पट्टी में करीब 100 लोगों को अब भी बंधक बनाकर रखा गया है.
उम्मीद है अगला साल बेहतर होगा
बेथलेहम में शीर्ष रोमन कैथोलिक पादरी लैटिन पैट्रिआर्क पियरबेटिस्टा पिज्जाबल्ला ने बंद दुकानों और खाली सड़कों की ओर इशारा किया और उम्मीद जताई कि अगला साल बेहतर होगा. उन्होंने मैंगर स्क्वायर में एकत्र सैकड़ों लोगों से कहा, ''उम्मीद है कि यह इतना दुख भरा आखिरी क्रिसमस होगा.''
अपने घर में मना पाएंगे क्रिसमस
कई फलस्तीनी ईसाइयों ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि पिछले साल अक्टूबर में युद्ध शुरू होने के बाद से वे विस्थापित होकर गिरजाघर में रह रहे हैं और उनके पास बहुत कम पैसे हैं. एक विस्थापित महिला नजला तराजी ने युद्ध खत्म होने की कामना करते हुए कहा, ''हमें उम्मीद है कि अगले साल तक हम इसी दिन अपने घरों में क्रिसमस मना पाएंगे और बेथलेहम जा पाएंगे.''
बेथलहम ईसाई धर्म के इतिहास में एक महत्वपूर्ण केंद्र है, हालांकि शहर के लगभग 1 करोड़ 40 लाख निवासियों में ईसाइयों की संख्या काफी कम है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के अनुसार, इजराइल में लगभग 1,82,000, वेस्ट बैंक में 50 हजार और गाजा में 1,300 ईसाई हैं.
फ्रांस में नोट्रे डेम कैथेड्रल में उमड़ी भारी भीड़
इसके अलावा दुनिया के दूसरे हिस्सों में भी क्रिसमस मनाया गया. फ्रांस की राजधानी पेरिस में फिर से खुले नोट्रे डेम कैथेड्रल में पर्यटकों की भीड़ उमड़ पड़ी. साल 2019 में मध्ययुगीन ऐतिहासिक स्थल नोट्रे डेम कैथेड्रल को भीषण आग लगने के कारण बंद कर दिया गया था. तब से पहली बार यहां क्रिसमस की पूर्व संध्या पर सामूहिक प्रार्थना सभा का आयोजन किया.